हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर (Veterinary Doctor) से गैंगरेप के बाद हत्या और फिर लाश को जला देने की घटना ने देश को हिला कर रख दिया था. हर तरफ लोग आरोपियों को तुरंत सरेआम सज़ा देने की मांग कर रहे थे. शुक्रवार को जैसे ही खबर आई कि चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, लोगों ने इसपर खुशी जताई. लोगों का कहना है कि पीड़िता और उसके परिवार के लिए इससे बढ़िया इंसाफ और कुछ नहीं हो सकता.
पुलिस कमिश्नर की तारीफ
इस एनकाउंटर के बाद हर कोई साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर सीपी सज्जनार (Cp sajjanar) की तारीफ कर रहे हैं. इन्हीं के चलते पुलिस की इस केस पर खास नज़र थी. घटना के तुरंत बाद उन्होंने कहा था कि वो आरोपियों को तुरंत पकड़ लेंगे. और हुआ भी वही. करीब 60 घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा. एक हफ्ते के बाद ही पुलिस ने इस घिनौने अपराध का अंत कर दिया.
ऐसे हुआ एनकाउंटर
ये घटना सुबह साढ़े तीन बजे की है. रिमांड के दौरान पुलिस चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई. पुलिस पूरे घटना को आरोपियों की नजर से समझना चाह रही थी. कहा जा रहा है कि इसी दौरान इन चारों ने पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश की. ऐसे में पुलिस के सामने गोली चलाने के अलावा कोई चारा नहीं था. उन्होंने इन्हें पकड़ने के लिए गोलियां बरसा दी. देखते ही देखते चारों आरोपी वहीं ढेर हो गया. बाद में इन सबकी लाश को सरकारी अस्पताल भेज दिया गया.
2008 में भी हुआ था ऐसा एनकाउंटर
आपको याद होगा साल 2008 में हैदराबाद के वारंगल में पुलिस ने इसी तरह एनकाउंटर में एसिड अटैक के तीन आरोपी स्टूडेंट को मार गिराया था. उस वक्त वारंगल के पुलिस सुपरिटेंडेंट सीपी सज्जनार ही थे. इसी तरह घटना को रि-क्रिएट करने के लिए तीनों आरोपियों को वो घटनास्थल में ले कर गए थे. ये तीनों आरोपी वहां से भागने की कोशिश करने लगे. तभी पुलिस ने इन्हें एनकाउंटर में मार गिया. ठीक इसी अंदाज़ में सज्जनार ने इस एनकाउंटर को भी अंजाम दिया. अतंर सिर्फ इतना था वो घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे, लेकिन कहा जा रहा है कि सारा प्लान सीपी सज्जनार का ही था.